फैक्ट फाइल- कब-कब बनी सूची- 2013- में पहली बार बनी सूची। 30 नवंबर 2013 को हुई थी एक मात्र कार्रवाई 2017- 1500 झोलाछाप की सूची बनी थी, 900 पर कार्रवाई का दावा किया अफसरों ने रायपुर। नईदुनिया प्रतिनिधि झोलाछाप यानी कथित डॉक्टर्स की दुकानें धड़ल्ले से चल रही हैं। ये बगैर डिग्री, डिप्लोमा के एलोपैथी से लेकर सभी तरह की दवाइयां बांट रहे
from Nai Dunia Hindi News - chhattisgarh : raipur http://bit.ly/2IqhVw6
No comments:
Post a Comment