महू। हिंदी वैश्विक धरातल पर दूसरे स्थान पर पहुंच गई है। योरपीय देशों में हिंदी का विस्तार हो रहा है। हिंदी भारत की राष्टभाषा बने इसके प्रयासी हम सभी है। हिंदी का हृदय विशाल है। आठ लाख से अधिक शब्दावली हिंदी को समृद्घ करती है। यह बात डॉ. आंबेडकर विवि में हिंदी पखवाड़े में आयोजित वेब परिसंवाद में प्रो. निर्मला एस मौर्या ने कही।
from Nai Dunia Hindi News - madhya-pradesh : dewas https://ift.tt/3lwKxaz
No comments:
Post a Comment