Wednesday, December 15, 2021

श्रेष्ठ कर्म करने की प्रेरणा सत्संग से ही मिलती है

गुलाना। पावन मन से परमपिता परमेश्वर का इस तरह सुमिरण करें कि परमात्मा भक्त से की जाने वाली भक्ति से प्रसन्ना होकर उसे अपने चरणों में स्थान दे दें तथा वह परम भक्त राम शरण की कृपा का पात्र बन जाए। कठोर तपस्या के बाद जिस भक्त का रिश्ता रामजी के चरणों से हो जाता है फिर दुनिया में कोई भी उस भक्त का रास्ता नहीं रोक सकता।

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