Monday, June 27, 2022

दोष ही दुखों का कारण है : राजरत्नाश्रीजी

धर्म अच्छा है यह अनुभव है या नहीं लेकिन पाप जरूर खराब है यह हम सभी जानते हैं। फिर भी पाप को छोड़ने का हमने प्रयास नहीं किया। संसारिक जीवन में दुख खराब है, लेकिन आध्यात्मिक जीवन में तो दोष खराब है। हमारे जीवन के दोष ही हमारे दुखों का कारण है। इन दोषों से ऊपर उठकर हमारी जिंदगी के जीवन उत्थान की चाबी तीन प्रकार की हो सकती है।

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