पूर्व में बाघ के पंजों के निशान भी इस क्षेत्र में मिल चुके हैं व एक माह में बड़सरा, बसकर, कुधरीपारा, धरसेड़ी के पशुपालकों का एक दर्जन से अधिक मवेशियों को बाघ ने शिकार किया है जिसे वन विभाग मानने को तैयार नहीं हैं।
from Nai Dunia Hindi News - Latest News https://ift.tt/rKUzFpS
No comments:
Post a Comment